कलौंजीप्राश के नियमित सेवन से आपका वज़न कम समय में बढ़ेगा।
वज़न बढ़ने के साथ – साथ कलौंजीप्रास आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करेगा जिससे आप के बीमार पड़ने की संभावनांए कम हो जाएंगी।
सिर्फ बाहरी नहीं, कलौंजीप्राश आपको अंदरूनी बदलावों का भी अनुभव करवाएगा।
कलौंजीप्राश को खाने से आप आप अपने आपको ताकत से भरपूर पाएंगे जिसकी वजह से आपके शारीरिक संबंधों में सुधार आएंगे।
कलौंजीप्राश खाने के एक नहीं बल्कि कई फायदे हैं। कलौंजीप्राश आपके शरीर के कम वज़न को बढ़ाने में तो मदद करता ही है साथ ही ये कई सारे अंदरूनी बदलाव भी लाता है। जैसे ये इम्यून सिस्टम को मज़बूत करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है और हमेशा आपको सकरात्मक महसूस करने में मदद करता है।
कलौंजी पोषक तत्वों का भंडार है। कलौंजी इंफेक्शन, एलर्जी, अस्थमा से बचाती है। साथ ही पाचन क्रिया में भी सुधार लाती है। इसके अलावा कलौंजी प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत बनात है।
बाला को एफ्रोडिसिएक के नाम से भी जाना जाता है। यह शारीरिक बदलाव लाने में मदद करता है। इसके साथ ही ये अंदरूनी ताकत को बढ़ाता है और वज़न को घटने से रोकता है। इसका सेवन एथलीट्स और बॉडीबिल्डर्स करते हैं।
आयुर्वेद में हरड़ का काफी महत्व है, इसे हरीतकी भी कहा जाता है । यह न केवल सेहत की समस्याओं के लिए फायदेमंद है, बल्कि इसके सौंदर्य लाभ भी कम नहीं है।
गुडुची पाचन रोगों जैसे अतिसंवेदनशीलता, कोलाइटिस, भूख की कमी, पेट दर्द और हेपेटाइटिस जैसी जिगर की बीमारियों का इलाज करता है।
कलौंजीप्राश का नियमित सेवन करने से आपको इसका असर 1 महीने के अंदर ही दिखने लगेगा।
हां, कलौंजीप्राश सिर्फ और सिर्फ प्राकृतिक जड़ी बूटीयों से बनाया गया है। इसे बनाने के लिए 17 तरह की जड़ी बूटीयों का इस्तेमाल किया गया है।
हां, वज़न बढ़ाने के साथ-साथ कलौंजीप्राश आपकी रक्षाप्रणाली को मज़बूत करता है और आपकी अंदरूनी ताकत को भी बढ़ाता है।